Tuesday 27 January 2015

नहीं रहे कार्टूनिस्ट आर. के. लक्ष्मण, पीएम ने जताया दुख

जाने-माने कार्टूनिस्ट आर.के. लक्ष्मण का सोमवार को पुणे के अस्पताल में निधन हो गया। वह 94 वर्ष के थे। सूत्रों ने बताया कि लक्ष्मण को मूत्राशय में संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

कुछ दिनों बाद उनके अंगों ने काम करना बंद कर दिया था,जिसके बाद से वे वेंटीलेटर पर थे।
कामन मैन स्केच के जरिए मजाकिया अंदाज में नेताओं पर तंज करने वाले लक्ष्मण मैग्सेसे, k भूषण तथा पk विभूषण जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किए गए थे। उनका जन्म मैसरू में 1924 में एक तमिल परिवार में हुआ था।

प्रधानमंत्री मोदी सहित कई नेताओं ने जताया दुख

ेकार्टूनिस्ट आर.के. लक्ष्मण के निधन पर उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी,कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी,पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी,उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने गहरा दुख व्यक्त किया है।
उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने अपने शोक संदेश में कहा कि लक्ष्मण अपने तीखे व्यंग्य और सामाजिक पहलुओं पर कार्टून बनाया करते थे जिससे उन्होंने देश के लाखों लोगों के दिलों में विशेष जगह बना ली थी।

वह आम आदमी(कामन मैन)पर कार्टून बनाने और समस्याओं को उजागर करने के रूप में जाने जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संदेश में कहा कि देश आर.के.लक्ष्मण की कमी महसूस करेगा।

हमारे जीवन में हास्य और चेहरों पर मुस्कान लाने के लिए हम आपके सदैव आभारी रहेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरी और उनके असंख्य प्रशंसकों की उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना है। लक्ष्मण के निधन से एक बड़ा स्थान खाली हो गया है।
गांधी ने अपने संदेश में कहा कि लक्ष्मण आम आदमी थे। उन्होंने एक युग तक भारत का प्रतिनिधित्व किया और सच्चाई का रक्षक बनकर सेवा करते रहे। ममता बनर्जी ने ट्वीट कर कहा कि प्रसिद्ध कार्टूनिस्ट आर.के. लक्ष्मण के निधन की खबर सुनी।

ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे। नायडू ने कहा कि उनका आम आदमी का कार्टून पिछले पांच दशकों तक राजनीतिक और सामाजिक जीवन के विभिन्न पहलुओं को कार्टून के जरिए सामने लाता रहा है।


उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने संदेश में कहा कि लक्ष्मण को उनकी ओर से बनाए गए सामाजिक बुराइयों वाले कार्टून के रूप में याद किया जाएगा।

Source: India News from Hindi News Desk

Saturday 24 January 2015

अभिषेक मनु ने डराया था मुझे : जेवियर

"कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी और कांग्रेस पार्टी के लोगों ने पब्लिशर और मुझे सोनिया पर किताब रिलीज न करने के लिए डराया था। उनका मानना था कि यह राजीव-सोनिया के रोमांस पर आधारित है।

इसलिए इसमें हॉट सीन का जिक्र होगा, लेकिन उनकी जानकारी के लिए बता दूं किताब में ऎसा कुछ नहीं है।" यह बात, स्पेनिश लेखक जेवियर मोरो ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर 2008 में स्पेनिश भाष्ाा में छपी अपनी बुक "एल सारी रोजो" के इंग्लिश ट्रांसलेशन "द रेड साड़ी" के संदर्भ में शुक्रवार को जेएलएफ में कही।

किताब चार साल तक इंडिया में बैन रही है। जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (जेएलएफ) के फ्रंट लॉन्स में आयोजित सेशन "रोमांस, ट्रेजेडी एंड ट्रुथ टेलिंग: द रेड साड़ी एंड अदर स्टोरीज" में मधु त्रेहान और फ्लोरेंस नोइविले के साथ चर्चा में उन्होंने कहा कि किताब के विरोध ने मुझे फ्री पब्लिसिटी भी दी।

उन्होंने कहा कि सोनिया पर ही किताब इसलिए लिखी, क्योंकि मैं इस बात से हैरान था कि एक "मीडिया- शाई" पॉलिटीशियन पर कोई किताब नहीं है।


मोरो ने कहा कि "मैं सोनिया से पहली बार राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक आयोजन के दौरान मिला था। उस दौरान मैंने उन्हें बताया था कि मैं आप पर रिसर्च कर रहा हूं।

सोनिया को इंटरव्यू देना पसंद नहीं है और वे ज्यादा किसी से नहीं बोलतीं। मैंने किताब में राजीव-सोनिया के प्रेम और एक विदेशी महिला होने के नाते उनके भारतीय कल्चर को बेहतरीन तरीके से अपनाने पर लिखा है।

पिता के विरूद्ध होने के बावजूद सोनिया ने न सिर्फ राजीव से शादी की, बल्कि भारत के कल्चर को भी पूरी तरह से फॉलो किया। हिंदी सीखने, साड़ी पहनने और भारतीय बहू जैसा बर्ताव उनके समर्पण को दर्शाता है।

इमरजेंसी के समय भी उन्होंने भारतीय बहू की जिम्मेदारी पूरी तरह से उठाई। हालांकि शुरू में सोनिया राजनीति को पसंद नहीं करती थी, लेकिन बाद में वे कैसे दुनिया की शक्तिशाली महिलाओं में शुमार हो जाती हैं, यह हैरान कर देने वाला है। राहुल गांधी के राजनीति के सवाल पर मोरो ने कहा कि "वे अब भी यंग हैं।"

3.30 क्करू - 4.30क्कद्व
रोमंास, ट्रेजेडी एंड ट्रुथ टेलिंग : दे रेड साड़ी एंड अदर स्टोरीज
जेवियर मोरो, फ्लोरेंस नोइविले इन कन्वर्सेशन विद्

मधु त्रेहान

Source: JLF

Friday 23 January 2015

अब्बा की विरासत से करवाया रू-ब-रू

विरासत गुरूवार को एक बार फिर पूरी शिद्दत के साथ साकार हुई। विख्यात शायर कैफी आजमी की असरदार पंक्तियों को उनकी एक्ट्रेस बेटी शबाना आजमी ने फेमस हैरिटेज मॉन्यूमेंट हवामहल में साझा किया।

यह अनूठा संगम पर्यटन विभाग, राजस्थान और जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल की ओर से सजाई गई सांस्कृतिक संध्या में देखने को मिला। शबाना ने कैफी की शायरी का गुलदस्ता पेश कर उनकी कलमकारी की गहराई से रूबरू करवाया।
शबाना ने शुरूआत कैफी की नज्म "दायरा" सुनाकर की। उन्होंने "जिस्म से रूह तक, रेत ही रेत है..., फिर भी मयखाना खाली है" और "गौसे गौसे खड़ी मस्जिद बड़ी बड़ी " सुनाकर तारीफ बटोरी।

रोज बढ़ता हूं जहां से आगे
फिर वहीं लौट के आ जाता हूं

बारहा तोड़ चुका हूं जिनको
इन्हीं दीवारों से टकराता हूं

रोज बसते हैं कई शहर नए
रोज धरती में समा जाते हैं

जलजलों में थी जरा सी गर्मी
वो भी अब रोज ही आ जाते हैं।

शबाना की गुजारिश पर सुनाए "ये आंसू..."
शबाना के बाद गीतकार जावेद अख्तर ने भी अपनी कलम से निकले शब्दों का जादू बिखेरा। उन्होंने दो नज्में पेश कीं, जिसमें पहली "मैं भूल जाऊं तुम्हें..." और शबाना की गुजारिश पर दूसरी नज्म "ये आसूं क्या सवाल है..." पेश की।
मैं भूल जाऊं तुम्हें, अब यही मुनासिब है।
मगर भुलाना भी चाहूं तो किस तरह भूलूं।

कि तुम तो फिर भी हकीकत हो कोई ख्वाब नहीं।
यहां तो दिल का ये आलम है क्या कहूं।

कमबख्त भुला सका ना ये वो सिलसिला जो था ही नहीं
वो इक खयाल जो आवाज तक गया ही नहीं

वो एक बात जो मैं कह नहीं सका तुमसे
वो एक रब्त जो हममें कभी रहा ही नहीं

स्पेनिश कलाकारों ने सुनाए कथक के बोल
सांस्कृतिक संध्या में शबाना और जावेद के अलावा स्पेनिश कलाकारों ने भी दर्शकों को अपनी परफॉर्मेस से मुरीद बना दिया।


कलाकारों ने सबसे पहले वैस्टर्न क्लासिकल से जयपुरवासियों को रूबरू करवाया। इसके बाद दक्षिण भारतीय संगीत शैली में कथक के बोल सुनाए।

Source: JLF 2015

Thursday 22 January 2015

बॉलीवुड में जिसका पैसा लगता है, उसे लगता है वह ज्यादा जानता है: प्रसून

हम लोग संस्कृत, साहित्य और माइथोलॉजी के बारे में बहुत बात करते हैं, तो इसमें अच्छा है कि हम संस्कृत साहित्य को भी पढ़ें। मैं पुराने लेख, साहित्य के बारे में जानने के लिए संस्कृत की पुस्तकें पढ़ता हूं और इन दिनों मैं अपना ज्यादा से ज्यादा वक्त संस्कृत किताबों को पढ़ने में बिताता हूं। इसके साथ ही यूथ क ो भी सलाह देना चाहता हूं कि वे माइथोलॉजी बुक्स पढ़ें और पुराने साहित्य, लेखों और रचनाओं के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानें।

प्रसून ने लेखक की तरह पाठक की भी आजादी का पक्ष लिया। उन्होंने कहा, जिस तरह लेखक की आजादी लिखने की हो, उसी तरह पाठक की भी आजादी हो। वह यह कह सके कि "यदि आप लचर लेखक हैं, तो मैं इसे नहीं पढ़ना चाहता।" लेकिन हमने इस आजादी को दरकिनार कर रखा है, कोई भी लेखक अपनी बुराई सुनना पसंद नहीं करता।
म शहूर गीतकार प्रसून जोशी ने बॉलीवुड में इस्तेमाल होने वाले देशज शब्दों की आपत्ति पर निशाना साधा है। उनका कहना है कि "बॉलीवुड में जिसका पैसा लगता है, उसे लगता है वह लेखक से ज्यादा जानता है।" जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (जेएलएफ) के सेशन "तारे जमीं पर" में कवि यतीन्द्र मिश्र के साथ चर्चा में उन्होंने कहा कि जब मैंने "मस्ती की पाठशाला" और "बुर्शट पहनके" गाना लिखा तो इन शब्दों पर असहमति थी कि "लोग क्या समझेंगे?"

मैंने कहा, मैं भी तो उसी समाज में रहता हूं जहां ये शब्द बोले-सुने जाते हैं, तो इस्तेमाल क्यों नहीं किए जा सकते? मुझे "बुर्शट" लिखने में तसल्ली मिल गई और देखिए उसका जिक्र होकर वह सफल भी हो गया। इसी तरह, "मसकली" का मतलब कुछ नहीं होता, लेकिन बुद्धिजीवियों ने मुझसे पूछा था "ये किस संदर्भ में लिखा।" इसलिए मुझे उसे सही साबित करने के लिए "कबूतर का नाम मसकली रखना पड़ा।" दरअसल वे इन शब्दों को समझना ही नहीं चाहते।

बॉलीवुड में भाष्ााओं का भी प्रभुत्व है। बॉलीवुड में कमजोर भाष्ााएं दबा दी जाती हैं। जैसे लड़की "कुड़ी पंजाबी" ही क्यों होती है? किसी ने यह समझने की कोशिश क्यों नहीं कि लड़की को उडिया में क्या कहा जाता है? मैं जेएलएफ जैसे मंचों से इस पर चर्चा करना चाहता हूं कि इस ऑडियो विजुअल युग में जो आवाजें बंद हैं, उनको बचाया जाए। इस पर चर्चा हो। उन भाष्ााओं और लोक शब्दों पर भी चर्चा होनी चाहिए। उन भाष्ााओं को अपना अस्तित्व बचाने के लिए लड़ाई क्यों लड़नी पड़े?

Wednesday 21 January 2015

प्रसून जोशी आज करेंगे "लक्ष्य" का पाठन

एड गुरू और गीतकार प्रसून जोशी बुधवार को जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में अपनी कविता "लक्ष्य" का पाठन करेंगे।



वे "चारबाग" में दोपहर सवा दो बजे से सवा तीन बजे के सत्र "तारे जमीन पर" में कविता पाठ करेंगे। उनकी यह रचना राजस्थान पत्रिका के साहित्य प्रेमी पाठकों के लिए विशेष तौर पर प्रकाशित की जा रही है।

Source: Jaipur Literature Festival 2015

प्रसून जोशी-"लक्ष्य"

लक्ष्य ढूँढते हैं वे जिनको
वर्तमान से प्यार नहीं है
इस पल की गरिमा पर जिनका
थोड़ा भी अधिकार नहीं है
इस क्षण की गोलाई देखो
आसमान पर लुढ़क रही है
नारंगी तरूणाई देखो
दूर क्षितिज पर बिखर रही है
पक्ष ढूँढते हैं वे जिनको
जीवन ये स्वीकार नहीं है
लक्ष्य ढूँढते हैं वे जिनको
वर्तमान से प्यार नहीं है
नाप नाप के पीने वालों
जीवन का अपमान न करना
पल पल लेखा जोखा वालों
गणित पे यूँ अभिमान न करना
नपे तुले वे ही हैं जिनकी
बाहों में संसार नहीं है
लक्ष्य ढूँढते हैं वे जिनको
वर्तमान से प्यार नहीं है
जिन्दा डूबे डूबे रहते
मृत शरीर तैरा करते हैं
उथले उथले छप छप करते
गोताखोर सुखी रहते हैं
स्वप्न वही जो नींद उड़ा दे
वरना उसमें धार नहीं है
लक्ष्य ढूँढते हैं वे जिनको
वर्तमान से प्यार नहीं है
कहाँ पहुँचने की जल्दी है
नृत्य भरो इस खालीपन में
किसे दिखाना तुम ही हो बस
गीत रचो इस घायल मन में
पी लो बरस रहा है अमृत
ये सावन लाचार नहीं है
लक्ष्य ढूँढते हैं वे जिनको
वर्तमान से प्यार नहीं है
कहीं तुम्हारी चिन्ताओं की
गठरी पूँजी ना बन जाए
कहीं तुम्हारे माथे का बल
शकल का हिस्सा ना बन जाए
जिस मन में उत्सव होता है
वहाँ कभी भी हार नहीं है
लक्ष्य ढूँढते हैं वे जिनको
वर्तमान से प्यार नहीं है।

Tuesday 20 January 2015

धमाका! आ रही है यामाहा की पॉवरफुल 300 सीसी मोबाइक

भारत में 300 से 350 सीसी मोबाइक का चलन चल पड़ा है और एक के बाद एक मोबाइक कंपनियां इस क्षेत्र में कूद पड़ी हैं।

यामाहा भी इनमें से एक है और जल्द ही वह अपनी एक 300 सीसी की मोबाइक लेकर आने वाला है। हाल ही यामाहा ने इंडोनेशिया से आर3 नामक मोबाइक की दो युनिट आर एंड डी के लिए मंगवाई हैं।
यामाहा आर3 की कीमत

यामाहा की इस मोबाइक की कीमत भारत में पहले से मौजूद इस सेगमेंट की दूसरी मोबाइक के मुकाबले ज्यादा होगी क्योंकि जहां इन सबमें एक ही सिलेंडर लगा है वहीं यामाहा आर3 दो सिलेंडर युक्त काफी पॉवरफुल मोबाइक है।

हालांकि अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि यामाहा की आर3 या आर25 में से कौन सी मोबाइक भारत में उतारी जाएगी।
इतना तो तय है कि यामाहा की यह दो सिलेंडर वाली मोबाइक दूसरी उपलब्ध मोबाइक से काफी महंगी होगी और अगर इस मोबाइक की सीबीयू यानि कि इसे पूरी तरह से बनाकर ही इंपोर्ट किया गया तो यह और भी ज्यादा महंगी होगी

यामाहा आर3 की पॉवर


यामाहा आर3 मोबाइक का देा सिलेंडर वाला इंजन 41 बीएचपी की पॉवर और 29.5 एनएम का टॉर्क प्रदान करेगा।

Source: Automobiles News from Hindi News Desk

Saturday 17 January 2015

`एमएसजी` पर घमासान, 8 और सदस्यों का इस्तीफा

डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह की फिल्म `एमएसजी - मैसेंजर ऑफ गॉड` को पास किए जाने से नाराज सेंसर बोर्ड की अध्यक्ष लीला सैमसन के साथ 8 और सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया है।

सभी सदस्यों ने इस्तीफा सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को संयुक्त रूप से भेज दिया है।

सबसे पहले फिल्म मैसेंजर ऑफ गॉड की रिलीज के लिए मिली हरी झंडी से नाराज होकर सेंसर बोर्ड की अध्यक्ष लीला सैमसन ने इस्तीफा दे दिया था।
लीला के बाद सेंसर बोर्ड की एक और सदस्य ईरा भास्कर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। अब एक-एक कर करीब 9 सदस्यों ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को अपने फैसले से अवगत करा दिया है।

इन सदस्यों में इरा भास्कर, लोरा प्रभु, पंकज शर्मा, राजीव मसंद, शेखर बाबू कंचरेला, शाजी करूण, शुभ्रा गुप्ता और टीजी त्यागराजन शामिल हैं।
सेंसर बोर्ड में लगी इस्तीफे की झड़ी से सरकार भी फंसती दिख रही है। जबकि दूसरी ओर सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ ने सफाई दी थी कि लीला सैमसन के पास अगर बोर्ड के कार्यो में हस्तक्षेप का एक भी सबूत है तो वह सामने रखें।

इससे पहले लीला सैमसन ने पैनल के सदस्यों और संस्था के अधिकारियों के भ्रष्टाचार को इस्तीफे की मुख्य वजह बताया था।
उन्होंने कहा था कि सेंसर बोर्ड का मजाक बना दिया गया है और मंत्रालय की ओर से नियुक्त किए गए अधिकारी ही इसे चला रहे हैं।

इसमे ंसरकार का हस्पक्षेप मौजूद है। मैसेंजर ऑफ गॉड 18 जनवरी को रिलीज होने वाली है।

Source: India News from Hindi News Desk

Friday 16 January 2015

क्यों तीन माह से रिहैब सेंटर थे हनी सिंह?

अपने बिंदास गानों से सबको दीवाना बनाने वाले हनी सिंह पिछले कापी दिनों से कहीं गायब थे। खबर है कि दुनिया भर में फेमस हुए इंडियन रैपर यो यो हनी सिंह रिहैब सेंटर से बाहर आ गए हैं।

हनी सिंह पिछले कुछ समय से शराब की लत से परेशान थे और इसे छोड़ना चाह रहे थे, जिसके बाद उन्होंने रिहैब सेंटर जाने का फैसला किया था।
सुनने में आया है कि हनी सिंह जब विदेश में थे तो वहां उन्हें शो में परफॉर्म करने के लिए लगातार कॉल्स आ रहे थे। बार-बार कॉल्स से परेशान को कर हनी सिंह ने गुस्से में अपने सिर पर खुद ही बोतल मारी ली थी। जिससे उनके सिर पर काफी चोट होने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया था।

जिससे अपनी आदतों पर जल्द से जल्द रोक लगाने के लिए हनी सिंह रिहैब सेंटर चले गए थे। हालांकि तीन महीने के बाद यो यो हनी सिंह एक बार फिर अपने रैप सांग से धूम मचाने को तैयार हैं।

अब एक ब्रेक के बाद वह अपने उसी पुराने अंदाज में अपने चाहने वालों से रूबरू होंगे।

Source: Entertainment News from Hindi News Desk

Thursday 15 January 2015

आसमान सतरंगी कर खूब इठलाई पतंगें

मकर संक्रांति पर शहर में सूरज उगने से पहले शुरू हुई आसमान छूने की होड़ सूरज डूबने के बाद तक बनी रही। लोगों में पतंगबाजी का उत्साह ऎसा था कि दिन छोटा पड़ गया।

एक योद्धा के जैसे तैयारी कर सोए पतंगबाज सुबह अंधेरे में ही उठ गए और छतों पर तेज आवाज में गाना बजाने लगे। आवाज सुनकर पूरी गली जाग गई।

फिर अंधेरा छंटने लगा, लेकिन कोहरा पसरता जा रहा था... फुहारों के रूप में नीचे गिरती ओस और शीतलहर भी जोश को कम नहीं कर पा रही थी। फिर धीरे-धीरे आसमान सतरंगी होने लगा।



सुबह करीब 10 बजे धुंध को चीरता हुआ सूरज निकला तो लोग खाने-पीने का सामान लेकर छतों पर आ डटे और गूंजने लगा वो काटा... वो मारा... का शोर।

बदलती रही हवा की दिशा
सुबह हवा पश्चिम की ओर चल रही थी। दोपहर में रूख उत्तर की ओर हो गया। फिर पूर्व की तरफ हवा चलने लगी। दिनभर हवा पतंगबाजी के अनुकूल रही। हालांकि, बीच-बीच में कुछ देर के हवा नहीं चलने से थोड़ी परेशानी आई।

सड़कें खाली, छतों पर शहर
शहरभर में पूरे दिन सड़कें सूनी नजर आई, लग रहा था मानो कर्फ्यू लग गया हो। आबाद थीं तो बस छतें, लोग परिवार सहित देर शाम तक छतों पर ही डटे थे। हां, सड़कों पर झाड़ लिए पतंग लूटने वाले जरूर नजर आ रहे थे। इनमें भी बच्चों की संख्या ज्यादा थी।


...फिर शाम होते ही आतिशबाजी

सूरज ढलने के बाद पतंगें उतरने लगीं तो आसमान आतिशबाजी से झिलमिला उठा। चारों ओर रोशनी नजर आ रही थी। कई लोगों ने रोशनी वाली पतंगें भी तान रखी थीं।

Tuesday 13 January 2015

कांग्रेस का दावा, दिल्ली में फिर बनाएगी सरकार

दिल्ली छावनी बोर्ड के चुनाव नतीजों से उत्साहित कांग्रेस ने सोमवार को दावा किया कि दिल्ली में एक बार फिर पूर्ण बहुमत के साथ उसकी सरकार बनेगी। कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि दिल्ली छावनी बोर्ड के घोषित चुनाव नतीजों में कांग्रेस को सर्वाधिक मत मिले हैं। इससे स्पष्ट है कि कांग्रेस दिल्ली में फिर से पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आएगी।


उनका कहना था कि पार्टी को छावनी बोर्ड में दो सीटें मिली हैं और कुछ सीटों पर उसके उम्मीदवार मामूली मतों के अंतर से ही हारे हैं लेकिन सबसे ज्यादा मत कांग्रेस को ही मिले हैं। दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी तथा गृह मंत्री राजनाथ सिंह के चुनाव क्षेत्र लखनऊ में छावनी बोर्ड के चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को एक भी सीट नहीं मिल पाई है।



प्रवक्ता ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव की तिथि घोषित होने से कांग्रेस के नेता तथा कार्यकर्ता उत्साहित हैं। वे एक बार फिर दिल्ली की जनता को पार्टी से जोड़ने के काम में लग गए है। विधानसभा चुनाव में फिर से खंडित जनादेश आने पर आम आदमी पार्टी को समर्थन देने के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बयान की ओर ध्यान दिलाए जाने पर सुरजेवाला ने कहा कि उनकी बात को संदर्भ से हटकर पेश किया गया है। किसी को समर्थन देने का सवाल ही नहीं है क्योंकि कांग्रेस अपने बूते सरकार बनाएगी और बेहतरीन ढंग से चलाएगी जैसी उसने लगातार 15 साल तक चलाई थी।

Source: Delhi News from Hindi News Headlines

Monday 12 January 2015

वर्ल्ड कप: "खूबसूरत युवतियों के साझे में नहीं आएं क्रिकेटर"

अगले महीने से ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की संयुक्त मेजबानी में वर्ल्ड कप का आयोजन होना है। ऎसे में न्यूजीलैंड क्रिकेट एसोसिएशन के मुख्य कार्यकारी हीथ मिल्स ने क्रिकेटरों को आगाह किया है कि वे सुंदर युवतियों के झांसे (हनी ट्रैप) में न आएं क्योंकि सट्टेबाज और मैच फिक्सिंग गिरोह इस तरह का जाल बिछा सकते हैं।


मिल्स और न्यूजीलैंड में खेल सट्टेबाजी के सांवैधानिक निकाय न्यूजीलैंड टोटालिसटर एजेंसी बोर्ड (टैब) का मानना है कि सुंदर युवतियां खिलाडियों को अपने जाल में फंसाकर उन्हें ब्लैकमेल कर सकती हैं।

द न्यू जीलैंड हेरल्ड के अनुसार, मिल्स ने कहा कि मैच फिक्सिंग समूहों की निगाहें न्यूजीलैंड पर हैं। पहले भी उनके लोग न्यूजीलैंड में काम कर चुके हैं।


उन्होंने बताया कि मैच फिक्सिंग से बचाव के उद्देश्य से न्यूजीलैंड के सभी खिलाडियों को 90 मिनट की फिल्म दिखाई गई, जिसमें सुंदर युवतियों द्वारा मैच फिक्सिंग या सट्टेबाजी के लिए बिछाए जाने वाला जाल भी शामिल है।


बता दें कि मैच फिक्सिंग को न्यूजीलैंड में पिछले साल से अपराध की श्रेणी में रख दिया गया है।

Source: Cricket News from Hindi News Desk

Friday 9 January 2015

आप भी बन सकते व्हाट्स-एप रिपोर्टर


यदि आपके पास किसी भी घटना से संबंधित समाचार अथवा फोटो हैं तो आप उसे पत्रिका को मोबाइल नम्बर 9413238952,9982333762, 9461111389,9530106934,8696350501 पर व्हाट्सएप कर सकते हैं। घटना का संक्षिप्त विवरण भी दे सकते हैं।


Source: Sikar News from Rajasthan News Desk

वृद्ध ने कहा जिंदा हूं, मुझे पेंशन दे दो

वृद्ध को मृत मानकर ही उसकी पेंशन बंद कर दी गई। सात माह पहले बंद पेंशन के लिए वह खुद को जिंदा बताकर अधिकारियों से गुहार करता रहा, लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हो रही।


जीलो गांव के हनुमान सैनी की सात माह पूर्व अचानक वृद्धावस्था पेंशन बंद कर दी गई। कारण बताया गया कि उसकी मृत्यु हो गई, जबकि हनुमान सैनी खुद रोज अधिकारियों के सामने उपस्थित होकर अपने जीवित होने का प्रमाण देता आ रहा है।

इधर, जानकारी पर सामने आया कि गांव के ही एक अन्य हनुमान सैनी नाम के व्यक्ति का सात माह पूर्व निधन हो गया। अधिकारियों ने बिना जांच पड़ताल किए जीवित हनुमान सैनी की पेंशन बंद कर दी, जबकि जिसका निधन हो गया उसके यहां पेंशन आ रही है।

डाकपाल कालूराम मीणा ने बताया की गांव के ही एक दूसरे हनुमान सैनी की 17 जून को मृत्यु होने के बाद भी उसकी पेंशन आ रही है, जिसको हम हर माह वापस कर रहे हैं जबकि जीवित हनुमान सैनी की जून से पेंशन बंद कर दी गई है।
वाकई में मामला बेहद गंभीर है। ऎसा नहीं होना चाहिए। मामला आते ही समाधान कर दिया जाएगा।


दयाचंद आर्य, बीडीओ, नीमकाथाना

Source: Udaipur News from Rajasthan News Paper

1322 से 182 हो गया है

भारतीय रेलवे का हेल्प लाइन नंबर 1322 से बदलकर अब 182 नंबर हो गया है। नए साल से नई व्यवस्थाओं के साथ यह नया नंबर भी लागू हो गया है। रेल मंत्रालय द्वारा नंबर बदले जाने की जानकारी रेलवे बोर्ड ने सभी जोनल रेलवे के महाप्रबंधकों को दे दी है।


साथ ही सभी मंडल प्रबंधकों को नई सुविधाओं से अवगत कराया गया है। बताया जा रहा है कि आने वाले 6 महीनों तक दोनों हेल्प लाइन नंबर चालू रहेंगे। इसके बाद बोर्ड स्तर से आदेश मिलते ही सिग्नल एंड टेलीकॉम विभाग तीन अंकों वाले नंबर को आरपीएफ कंट्रोल से
जोड़ देगा।

फिलहाल चालू रहेेगी दोनों हेल्पलाइन

यात्रियों की सुविधा के लिए छह माह तक लोगों के लिए दोनों नंबरों को चालू रखा जाएगा बाद में 1322 अपने आप बंद हो जाएगा। रेल यात्रियों की सुविधा क े लिए हाल ही में शुरू की गई ऑल इंडिया सिक्यूरिटी हेल्प लाइन नम्बर 1322 को अब और छोटा कर 182 करने का फैसला लिया गया है। संचार और सू चना प्रौद्योगिकी (टेली कम्प्यूनिकेशन विभाग) द्वारा रेल मंत्रालय को ऑल इंडिया सिक्यूरिटी हेल्प लाइन के लिए छोटा कोड 182 जारी कर दिया गया है।

Source: Nagpur News from Hindi news Desk

Thursday 8 January 2015

ई रिक्शा संबंधी अध्यादेश को राष्ट्रपति की मंजूरी

राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में ई रिक्शा के परिचालन का मार्ग प्रशस्त करने वाले मोटर वाहन अधिनियम में संशोधन संबंधी अध्यादेश को मंजूरी दे दी है।



परिवहन मंत्रालय के सूत्रों ने बुधवार को बताया कि राष्ट्रपति ने संबंधित अध्यादेश को मंजूरी दे दी है। राष्ट्रपति ने मोटर वाहन अधिनियम में संशोधन को लेकर जारी अध्यादेश की अनिवार्यता पर सवाल खडे किए थे। जिसके बाद मंगलवार को परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने उनसे राष्ट्रपति भवन जाकर सरकार का पक्ष रक्षा था। मंत्रिमंउल ने गत 24 दिसम्बर को संबंधित अध्यादेश लाने को मंजूरी दी थी।

Source: Delhi News from Hindi News Papers

विरोध पढ़े-लिखों का नहीं, सरकार की मंशा का : सचिन

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि पंचायत चुनाव में प्रत्याशियों की शैक्षणिक योग्यता को लेकर कांग्रेस का विरोध नहीं है, लेकिन ऎतराज इसके लिए लाए गए अध्यादेश के पीछे सरकार की मंशा का है। न सिर्फ कांग्रेस बल्कि एक दर्जन राजनीतिक दल एक मंच पर आकर इसी वजह से अध्यादेश का विरोध कर रहे हैं।


पायलट ने बुधवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पढ़े-लिखे लोग पंचायतों में जीत कर आएं, इसका कोई विरोध नहीं है। लेकिन चुनाव कार्यक्रम की घोषणा से एक दिन पहले अध्यादेश लाने और 50 फीसदी से ज्यादा लोगों को चुनाव लड़ने से वंचित किए जाने का विरोध हो रहा है।



चुनाव के वक्त बागी नेताओं को पार्टी में शामिल किए जाने के उन्होंने कहा कि पार्टी ने सकारात्मक फैसला किया है। इसे जाति विशेष के नजरिए से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए।

Source: Jaipur News from Rajasthan News Paper

टीचर के पदों पर निकली बंपर भर्ती

अगर आप शिक्षक की सरकारी नौकरी चाहते है तो ये खबर आपके लिए है। शिक्षकों के पदों पर बंपर भर्ती निकली है।

बिहार शिक्षा विभाग ने राज्य में माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रशिक्षित शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने के लिए विज्ञप्ति जारी की है। इन पदों पर नियुक्ति के लिए भारतीय नागरिकों से आवेदन पत्र मांगे गए है।


पदों की कुल संख्या 985 है। इन पदों को भरने की शैक्षिक योग्यता 12वीं पास व शिक्षा क्षेत्र में डिप्लोमा या डिग्री निर्धारित की गई है। उच्च प्राथमिक विद्यालयों के लिए स्नातक व बीएड/शिक्षा क्षेत्र में डिप्लोमा निर्धारित की गई है।

अध्यापकों के सभी पदों पर आवेदन करने वाले आवेदकों को राज्य स्तर पर अध्यापक पात्रता परीक्षा पास होना अनिवार्य है। शिक्षा क्षेत्र से संबंधित अनुभवी उम्मीदवारों व उच्च शैक्षिक योग्यता रखने वाले उम्मीदवारों को चयन प्रçR या में वरीयता प्रदान की जायेगी।


आरक्षित वर्ग को अधिकतम उम्र सीमा में नियमानुसार छूट प्रदान की गई है। इन पदों पर आवेदन केवल ऑफलाइन के माध्यम से किया जा सकता है। किसी अन्य माध्यम से किया गया आवेदन निरस्त कर दिया जाएगा।


विज्ञापित पदों पर आवेदन करने वाले आवेदकों का चयन मेरिट के आधार पर किया जाएगा। योग्य उम्मीदवार आवेदन पत्र संबंधित दस्तावेजों की स्वप्रमाणित प्रतियों के साथ संबंधित नियोजन इकाई के पास निर्धारित तिथि तक साधारण डाक या स्पीड पोस्ट के माध्यम से भेजें। आवेदन की अंतिम तिथि 21 जनवरी 2015 है।

Source: Job News from Hindi News Desk

Wednesday 7 January 2015

सफल अभ्यर्थियों को जल्द मिलेगी नौकरी

बिजली कम्पनियों में कनिष्ठ अभियंता भर्ती परीक्षा के सफल अभ्यर्थियों का नौकरी का ख्वाब जल्द पूरा होगा। एसओजी से क्लिन चिट मिलने के बाद राजस्थान विद्युत प्रसारण निगम ने 1362 पदों पर नियुक्ति के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है।

इसके तहत मैकेनिकल विंग व अकाउंट ऑफिसर भर्ती परीक्षा का संशोधित परिणाम जारी किया गया है, वहीं अन्य विंग के सफल अभ्यर्थियों के बुधवार से दस्तावेज सत्यापन का कार्यक्रम जारी कर दिया है। ऎसे में माना जा रहा है कि फरवरी में सभी सफल अभ्यर्थियों को नियुक्ति दे दी जाएगी।


हाईकोर्ट के निर्देश पर एसओजी से कराई जांच
दरअसल, बिजली कम्पनियों में विभिन्न विंग के 1362 कनिष्ठ अभिंयता पदों के लिए प्रसारण निगम ने 21 दिसम्बर, 2013 को परीक्षा आयोजित की थी। परीक्षा के दौरान पेपर आउट और फिर परिणाम जारी होने पर एक ही जाति के लोगों के मेरिट में आने के मामले ने तूल पकड़ा।

हाईकोर्ट में मामला पहुंचा तो एसओजी से जांच कराने के निर्देश मिले। प्रसारण निगम के अधिकारियों के मुताबिक एसओजी ने जांच में परीक्षा में किसी तरह की अनियमितता नहीं मानी है।

इसके बाद सफल अभ्यर्थियों की नियुक्ति के लिए दस्तावेज सत्यापन प्रक्रिया शुरू की गई। पहले दिन बुधवार को इलेक्ट्रॉनिक्स व पीएलसीसी विंग के सफल अभ्यर्थियों को बुलाया गया है।

कमेटी की रिपोर्ट पर संशोधित परिणाम

परीक्षा में कुछ सवालों को लेकर अभ्यर्थियों की आपत्ति सामने आई थी। प्रसारण निगम ने कमेटी गठित कर जांच कराई और उसके बाद कनिष्ठ अभिंयता (मैकेनिकल) व अकाउंट ऑफिसर भर्ती परीक्षा का संशोधित परिणाम जारी किया है। इसमें कनिष्ठ अभियंता (मैकेनिकल) की सूची में करीब 15 फीसदी बदलाव हुआ है।

Source: Rajasthan News from Hindi News Desk 

सोने के भाव ने ग्राहकों का निकाला पसीना

लगातार गिर रहे सोने के कीमत में अब ब्रेक लग गया है। विशेषज्ञों का मानना था कि सोना 27000 से आता है तो इसमें और गिरावट दर्ज की जा सकती है। हालांकि सोने के भाव अब उछलने लगे हैं।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शेयर बाजार और तेल की कीमतों में गिरावट से सोने के तीन सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है।

जयपुर सर्राफा बाजार में मंगलवार को सोना 200 रूपए चढ़कर दस सप्ताह के उच्चतम स्तर 27,350 रूपए प्रति दस ग्राम बोला गया और चांदी 700 रूपए प्रति किलोग्राम की छलांग लगाकर डेढ़ सप्ताह बाद 37,300 रूपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई।

जेवराती सोने के भाव भी 200 रूपए चढ़कर 26,000 रूपए प्रति दस ग्राम पर आ गए। कलदार के भाव में कोई उतार-चढ़ाव नहीं देखा गया।


सिंगापुर से मिली जानकारी के अनुसार पिछले सत्र में सोने में आई 1.3 प्रतिशत की तेजी बरकरार रही और यह 0.5 प्रतिशत ऊपर लगभग तीन सप्ताह के उच्चतम स्तर 1210.10 डॉलर प्रति औंस पर आ गया।


बंद भाव : चांदी रिफाइनरी 36,800, चांदी (999) (प्रति किलोग्राम) 37,300 रूपए। जेवराती सोना (प्रति दस ग्राम) 26,000 रूपए, 22/22 वापसी सोने का भाव 25,400, सोना (995) (प्रति दस ग्राम) 27,350 रूपए।

Source: Business News from Hindi News Paper