जाने-माने
कार्टूनिस्ट आर.के.
लक्ष्मण
का सोमवार को पुणे के अस्पताल
में निधन हो गया। वह 94
वर्ष के थे।
सूत्रों ने बताया कि लक्ष्मण
को मूत्राशय में संक्रमण के
कारण अस्पताल में भर्ती कराया
गया था।
कुछ
दिनों बाद उनके अंगों ने काम
करना बंद कर दिया था,जिसके
बाद से वे वेंटीलेटर पर थे।
कामन
मैन स्केच के जरिए मजाकिया
अंदाज में नेताओं पर तंज करने
वाले लक्ष्मण मैग्सेसे,
पk भूषण
तथा पk विभूषण
जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों
से सम्मानित किए गए थे। उनका
जन्म मैसरू में 1924 में
एक तमिल परिवार में हुआ था।
प्रधानमंत्री
मोदी सहित कई नेताओं ने जताया
दुख
ेकार्टूनिस्ट
आर.के.
लक्ष्मण
के निधन पर उपराष्ट्रपति हामिद
अंसारी, प्रधानमंत्री
नरेन्द्र मोदी,कांग्रेस
अध्यक्ष सोनिया गांधी,पश्चिम
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता
बनर्जी,उत्तरप्रदेश
के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव
और आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री
एन. चंद्रबाबू
नायडू ने गहरा दुख व्यक्त किया
है।
उपराष्ट्रपति
हामिद अंसारी ने अपने शोक
संदेश में कहा कि लक्ष्मण अपने
तीखे व्यंग्य और सामाजिक
पहलुओं पर कार्टून बनाया करते
थे जिससे उन्होंने देश के
लाखों लोगों के दिलों में
विशेष जगह बना ली थी।
वह
आम आदमी(कामन
मैन)पर
कार्टून बनाने और समस्याओं
को उजागर करने के रूप में जाने
जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र
मोदी ने अपने संदेश में कहा
कि देश आर.के.लक्ष्मण
की कमी महसूस करेगा।
हमारे
जीवन में हास्य और चेहरों पर
मुस्कान लाने के लिए हम आपके
सदैव आभारी रहेंगे। प्रधानमंत्री
ने कहा कि मेरी और उनके असंख्य
प्रशंसकों की उनके परिवार के
प्रति गहरी संवेदना है। लक्ष्मण
के निधन से एक बड़ा स्थान खाली
हो गया है।
गांधी
ने अपने संदेश में कहा कि
लक्ष्मण आम आदमी थे। उन्होंने
एक युग तक भारत का प्रतिनिधित्व
किया और सच्चाई का रक्षक बनकर
सेवा करते रहे। ममता बनर्जी
ने ट्वीट कर कहा कि प्रसिद्ध
कार्टूनिस्ट आर.के.
लक्ष्मण
के निधन की खबर सुनी।
ईश्वर
उनकी आत्मा को शांति प्रदान
करे। नायडू ने कहा कि उनका आम
आदमी का कार्टून पिछले पांच
दशकों तक राजनीतिक और सामाजिक
जीवन के विभिन्न पहलुओं को
कार्टून के जरिए सामने लाता
रहा है।
उत्तरप्रदेश
के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव
ने अपने संदेश में कहा कि
लक्ष्मण को उनकी ओर से बनाए
गए सामाजिक बुराइयों वाले
कार्टून के रूप में याद किया
जाएगा।
Source: India News from Hindi News Desk
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