वृद्ध
को मृत मानकर ही उसकी पेंशन
बंद कर दी गई। सात माह पहले
बंद पेंशन के लिए वह खुद को
जिंदा बताकर अधिकारियों से
गुहार करता रहा, लेकिन
उसकी सुनवाई नहीं हो रही।
जीलो
गांव के हनुमान सैनी की सात
माह पूर्व अचानक वृद्धावस्था
पेंशन बंद कर दी गई। कारण बताया
गया कि उसकी मृत्यु हो गई,
जबकि हनुमान
सैनी खुद रोज अधिकारियों के
सामने उपस्थित होकर अपने जीवित
होने का प्रमाण देता आ रहा है।
इधर,
जानकारी
पर सामने आया कि गांव के ही एक
अन्य हनुमान सैनी नाम के व्यक्ति
का सात माह पूर्व निधन हो गया।
अधिकारियों ने बिना जांच
पड़ताल किए जीवित हनुमान सैनी
की पेंशन बंद कर दी, जबकि
जिसका निधन हो गया उसके यहां
पेंशन आ रही है।
डाकपाल
कालूराम मीणा ने बताया की गांव
के ही एक दूसरे हनुमान सैनी
की 17 जून
को मृत्यु होने के बाद भी उसकी
पेंशन आ रही है, जिसको
हम हर माह वापस कर रहे हैं जबकि
जीवित हनुमान सैनी की जून से
पेंशन बंद कर दी गई है।
वाकई
में मामला बेहद गंभीर है। ऎसा
नहीं होना चाहिए। मामला आते
ही समाधान कर दिया जाएगा।
दयाचंद
आर्य, बीडीओ,
नीमकाथाना
Source: Udaipur News from Rajasthan News Paper
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