"कांग्रेस
नेता अभिषेक मनु सिंघवी और
कांग्रेस पार्टी के लोगों ने
पब्लिशर और मुझे सोनिया पर
किताब रिलीज न करने के लिए
डराया था। उनका मानना था कि
यह राजीव-सोनिया
के रोमांस पर आधारित है।
इसलिए
इसमें हॉट सीन का जिक्र होगा,
लेकिन उनकी
जानकारी के लिए बता दूं किताब
में ऎसा कुछ नहीं है।"
यह बात,
स्पेनिश
लेखक जेवियर मोरो ने कांग्रेस
अध्यक्ष सोनिया गांधी पर 2008
में स्पेनिश
भाष्ाा में छपी अपनी बुक "एल
सारी रोजो" के
इंग्लिश ट्रांसलेशन "द
रेड साड़ी" के
संदर्भ में शुक्रवार को जेएलएफ
में कही।
किताब
चार साल तक इंडिया में बैन रही
है। जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल
(जेएलएफ)
के फ्रंट
लॉन्स में आयोजित सेशन "रोमांस,
ट्रेजेडी
एंड ट्रुथ टेलिंग: द
रेड साड़ी एंड अदर स्टोरीज"
में मधु
त्रेहान और फ्लोरेंस नोइविले
के साथ चर्चा में उन्होंने
कहा कि किताब के विरोध ने मुझे
फ्री पब्लिसिटी भी दी।
उन्होंने
कहा कि सोनिया पर ही किताब
इसलिए लिखी, क्योंकि
मैं इस बात से हैरान था कि एक
"मीडिया-
शाई"
पॉलिटीशियन
पर कोई किताब नहीं है।
मोरो
ने कहा कि "मैं
सोनिया से पहली बार राष्ट्रपति
भवन में आयोजित एक आयोजन के
दौरान मिला था। उस दौरान मैंने
उन्हें बताया था कि मैं आप पर
रिसर्च कर रहा हूं।
सोनिया
को इंटरव्यू देना पसंद नहीं
है और वे ज्यादा किसी से नहीं
बोलतीं। मैंने किताब में
राजीव-सोनिया
के प्रेम और एक विदेशी महिला
होने के नाते उनके भारतीय
कल्चर को बेहतरीन तरीके से
अपनाने पर लिखा है।
पिता
के विरूद्ध होने के बावजूद
सोनिया ने न सिर्फ राजीव से
शादी की, बल्कि
भारत के कल्चर को भी पूरी तरह
से फॉलो किया। हिंदी सीखने,
साड़ी पहनने
और भारतीय बहू जैसा बर्ताव
उनके समर्पण को दर्शाता है।
इमरजेंसी
के समय भी उन्होंने भारतीय
बहू की जिम्मेदारी पूरी तरह
से उठाई। हालांकि शुरू में
सोनिया राजनीति को पसंद नहीं
करती थी, लेकिन
बाद में वे कैसे दुनिया की
शक्तिशाली महिलाओं में शुमार
हो जाती हैं, यह
हैरान कर देने वाला है। राहुल
गांधी के राजनीति के सवाल पर
मोरो ने कहा कि "वे
अब भी यंग हैं।"
3.30 क्करू
- 4.30क्कद्व
रोमंास,
ट्रेजेडी
एंड ट्रुथ टेलिंग : दे
रेड साड़ी एंड अदर स्टोरीज
जेवियर
मोरो, फ्लोरेंस
नोइविले इन कन्वर्सेशन विद्
मधु
त्रेहान
Source: JLF
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