शहर के निकट जोधपुर बाइपास पर जीरे से भरे ट्रक को सेल्सटैक्स के अधिकारी बन कर लूट ले जाने का पुलिस ने राजफाश कर दिया है। इस मामले में बड़े गिरोह का हाथ होना सामने आया है। गिरोह के एक साथी को गिरफ्तार कर लूट में प्रयुक्त कार भी बरामद कर ली गई है।
सदर थानाप्रभारी अमरसिंह रत्नू ने बताया कि 13 और 14 अप्रेल की रात को जोधपुर से जीरे की ट्रक भरकर ऊंझा में बेचने के लिए जा रहे भोपालगढ़ के रडोद निवासी कोजाराम पुत्र मांगीलाल जाट और सहदेव को एक गाड़ी में सवार आठ-दस लोगों ने जोधपुर-पाली बाइपास पर रुकवाया था।
इन आरोपितों ने खुद को सेल्सटैक्स का अधिकार बताया और ट्रक को जोधपुर की ओर ले गए थे। खेजडली बोर्ड पर नाकाबंदी देखकर आरोपित ट्रक को छोड़ कर फरार हो गए थे। इस संबंध में लूट का मामला दर्ज हुआ था। मामले में एसपी अनिल टांक के निर्देश पर एएसपी जयपाल यादव के नेतृत्व में टीम गठित की गई थी।
इस टीम ने गाड़ी मालिक का पता लगाया और उसी आधार पर लूट प्रकरण में शामिल एक आरोपित शेरगढ़ थाना क्षेत्र के बापूनगर सोलंकिया तला निवासी भंवराराम पुत्र नारायणलाल भील को बापर्दा गिरफ्तार किया है।
जोधपुर से ही करते हैं रैकी
यह गिरोह हाईवे पर लूट करने में माहिर है। जोधपुर मंडी से जब गाड़ी निकलती है तब से ही यह गिरोह गाड़ी में उसके पीछे हो जाता है। हवा में जब जीरे की खुशबू आती है तो सूनसान इलाके में ट्रक को रुकवाते। लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए ये लालबत्ती और देशी कट्टा दोनों का अलग-अलग उपयोग करते हैं। लूटने के बाद ट्रक को लाल बत्ती से एस्कोर्ट करते हुए ले जाते हैं।
ये थे टीम में शामिल
एसएचओ सदर अमरसिंह, हैड कांस्टेबल तेजुसिंह, सुरजीतसिंह, गजेसिंह, राजेशकुमार, मगाराम और चम्पालाल की टीम ने इस वारदात का राजफाश किया है।
गिरोह में कुख्यात सदस्य
गिरोह के एक सदस्य भिखसिंह के विरुद्ध संभाग के अलग-अलग थानों में मारपीट, अपहरण और चोरी के 7 प्रकरण दर्ज है। इसी प्रकार भैरूसिंह के विरुद्ध तीन प्रकरण है। उगमसिंह के खिलाफ तीन और नखतसिंह के खिलाफ भी एक प्रकरण दर्ज है।
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